
What is Computer in Hindi ? | जाने कंप्यूटर के बारे में।
हेलो दोस्तों |🙋♂️ अगर आप ने अभी तक हमारी पीछली पोस्ट What is Technology in Hindi नहीं पढ़ी है तो जल्दी से पहले उसको भी पढ़ले Computer टेक्नोलॉजी का ही एक Part हैं. और इस Blog What is Computer in Hindi | Computer Kya Hai ? को ध्यान से और पूरा पढ़ें. इस Blog में हमने आपके लिए कंप्यूटर के बारे मैं संपूर्ण जानकारी का उल्लेख किया हैं.😇
What is Computer | कंप्यूटर क्या है :-
इस ब्लॉग- What is Computer in Hindi में आपका का स्वागत है, इस ब्लॉग में आप को Computer से जुड़ी सभी जानकारी हिन्दी में मिलेगी। आज के आधुनिक युग में कंप्यूटर के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है क्योंकि अब हर कोई डिजिटल होता जा रहा है , आज हर सेक्टर में कंप्यूटर का अपना एक महत्व है, इसलिए इसके बारे में जानकारी होना जरुरी है।
Computer Definition :-
कंप्यूटर, आधुनिक युग का एक महत्वपूर्ण उपकरण है जो ज्ञान का आदान-प्रदान करता है और विश्वसनीय जानकारी प्रदान करने में सक्षम है। कंप्यूटर एक मशीन है जो अद्यतन होने के लिए रचनात्मक तथा नवीनतम प्रोग्रामों को प्राप्त करने और निष्पादित करने की क्षमता रखती है। यह डेटा तथा जानकारी को संग्रहीत करने, संपादित करने, संचालित करने, विश्लेषण करने और प्रदर्शित करने की क्षमता रखता है।
कंप्यूटर एक Programmable Electronic Device है जो डेटा को Store, Retrieves और Process करता है। “कंप्यूटर” शब्द मूल रूप से मानव (मानव कंप्यूटर) को दिया गया था, जो Mechanical calculators जैसे कि अबेकस और Slide Rule का उपयोग करके Numerical calculation करते थे। यह शब्द बाद में Mechanical device को दिया गया क्योंकि वे मानव कंप्यूटर की जगह लेने लगे। आज कंप्यूटर एक Electronic machine है जो डेटा (इनपुट) को स्वीकार करता है, उस डेटा को प्रोसेस करता है, (आउटपुट )Produce करता है,और Result को स्टोर करता है।
कंप्यूटर में किसी भी Calculation या Data को Solve (Process) करने के लिए उसके Brain यानि की Microprocessor (CPU) को पहले ही Develop (Programme) कर दिया जाता है जिससे की वह किसी भी तरह के डाटा को कम – से – कम समय में Solve कर देता है।
इस तरह के डाटा को प्रोसेस करने के लिए कंप्यूटर Binary System (0,1) पर काम करता है।
कंप्यूटर विज्ञान का महत्वपूर्ण शाखा है, जो इसके विकास, आविष्कार और उपयोग को अध्ययन करती है। यह मानव समाज, व्यवसाय, शिक्षा, विज्ञान, मनोरंजन और अन्य क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान देता है। कंप्यूटर का उपयोग आजकल हर क्षेत्र में किया जाता है, जैसे कि वाणिज्यिक कार्य (commercial work), आर्थिक वित्त (Economic Finance), मीडिया, संचार, संगठनात्मक प्रबंधन (Organizational Management), वैज्ञानिक अनुसंधान और नवाचार (Scientific Research & Innovation).
Hindi Meaning of Computer :-
हिन्दी नाम – अभिकलित्र, संगणक, अभिकलक, परिकलक।
Full Form of Computer | Computer की Full Form क्या है :-
C – Commonly ( आमतौर पर)
O – Operated (ऑपरेटिंग )
M – Machine (मशीन )
P – Particularly (विशेषताएँ )
U – Used for (उपयोग किया गया )
T – Technology (तकनीकी)
E – Education and (शिक्षा और )
R – Research (अनुसंधान )
Computer – Common Operating Machine Particularly used for Technology Education and Research.
Uses of Computer | कंप्यूटर का इतिहास :-
आज पूरी दुनिया में कंप्यूटर का प्रयोग होता है, बिना कंप्यूटर के आज के जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है आज के ज़माने में इसका विस्तार अंतरिक्ष, फिल्म निर्माण, ऑफिस, कंपनी, यातायात, उद्योग व्यापर, रेलवे स्टेशन, स्कूल, कॉलेज, एयरपोर्ट, घर में , ट्रेवल करते समय, दुकानों में, गावों में सभी जगह कंप्यूटर ने अपनी जगह बना ली है आज हर काम कंप्यूटर और मोबाइल से होता है ।
आजकल कंप्यूटर से घर बैठे आप अपना रेलवे का टिकट, होटल बुकिंग, मूवी टिकट, ऑनलाइन पैसे ट्रान्सफर, बस की टिकट की बुकिंग, एयर टिकट की बुकिंग, नौकरी के लिए ऑनलाइन आवेदन, वीडियो कालिंग, वीडियो अपलोड और डाउनलोड जैसे कार्य, ब्लॉग्गिंग, वेबसाइट निर्माण, मैप निर्माण, ऑनलाइन बुकिंग, डॉक्यूमेंट टाइपिंग, ड्राइंग, पेंटिंग और बिज़नेस के कार्यों में, हर जगह कंप्यूटर के माध्यम से कार्य किया जा सकता है। ऐसे में और कई सारे उपयोगी कार्य होते हैं कंप्यूटर के माध्यम से।
History of Computer | कंप्यूटर का इतिहास :-
कंप्यूटर शब्द की उत्पत्ति सबसे पहले अंग्रेजी भाषा के “COMPUTE” शब्द से हुई थी, जिसका अर्थ होता है “गणना करना” अर्थात Computer का सीधा संबंध गणना करने वाले यंत्र से ही होता है अभी आधुनिक समय में इसका क्षेत्र केवल गणना तक ही सीमित नहीं रहा है अब इसका आकार अत्यंत व्यापक हो चुका हैं।
इतिहास में बताया जाता है की कंप्यूटर का इतिहास लगभग 300 साल पुराना है, मूल रूप से सबसे पहले कंप्यूटर का विकास गणितिय गणनाओं को बड़ी संख्या में करने के लिए किया गया था। बताया जाता है की काफी कठोर प्रयास के बाद कंप्यूटर को इस दुनिया के लिए बनाना सम्भव हो पाया था। कंप्यूटर के सबसे पहले निर्माण में बेबीलोनियन प्रणाली, यूनानी प्रणाली, रोमन प्रणाली और भारतीय प्रणाली का प्रयोग किया गया था इनमें से भारतीय प्रणाली को सबसे पहले स्वीकार किया गया था।
कंप्यूटर विज्ञान का इतिहास काफी समृद्धि भरा है। प्राचीनकाल में गणितीय विचार और हिसाब-किताब के लिए उपकरण उपलब्ध थे, जो विकसित होकर आधुनिक कंप्यूटर की उत्पत्ति में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
- अधिकतम बारहनामा (Abacus): अधिकतम बारहनामा एक प्राचीन गणना उपकरण था, जिसे चीन में लगभग 500 ईसा पूर्व विकसित किया गया था। इसमें छोटे धातु या मोतियों के बीजगणित गिनती के लिए बारीकी से विकसित हुई थी।
- पंचतंत्र (Punch Card): 18वीं और 19वीं सदी में जाकार्ड बेबिज नामक उपकरण का उपयोग राजस्थान, भारत के व्यापारियों द्वारा किया जाता था। इसमें छोटे पाँचतंत्र होते थे, जिनमें विभिन्न गणना जानकारी संग्रहित की जाती थी।
- बेबेज अनालाइटिकल इंजन (Analytical Engine): चार्ल्स बेबेज ने 1837 में बेबेज अनालाइटिकल इंजन का अविष्कार किया, जो प्रथम प्रोग्रामेबल मैकेनिकल कंप्यूटर था। यह उस समय के लिए एक अद्भुत विचार था, जो वास्तविक रूप से विकसित नहीं हुआ था।
- एनालोज कंप्यूटर (Analog Computer): 20वीं सदी के प्रारंभ में एनालोज कंप्यूटर का उपयोग विज्ञानिक गणना और अध्ययनों में होता था। इसमें इलेक्ट्रॉनिक या मैकेनिकल उपकरणों का उपयोग विभिन्न विशिष्ट गणनाओं के लिए किया जाता था।
- इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर (Electronic Computer): द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान 1940 में एनीएमटी (ENIAC) नामक प्रथम पूर्णतः इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर का विकसित किया गया था। यह आधुनिक कंप्यूटरों का प्रारंभिक मूल था जिसमें वैक्यूम ट्यूब का उपयोग किया जाता था।
- इंटेल 4004 माइक्रोप्रोसेसर (Intel 4004 Microprocessor): 1971 में इंटेल ने प्रथम 4-बिट माइक्रोप्रोसेसर इंटेल 4004 का अविष्कार किया, जिससे आधुनिक कंप्यूटरों की उत्पत्ति की गई।
- पीसी (Personal Computer): 1970 और 1980 के दशक में पीसी या व्यक्तिगत कंप्यूटर के विकास के साथ कंप्यूटर का उपयोग सामान्य लोगों द्वारा भी होने लगा। इससे लाखों लोगों को कंप्यूटर का उपयोग करने का मौका मिला।
- इंटरनेट (Internet) : 1969 में अमेरिका के रक्षा मंत्रालय ने आधुनिक इंटरनेट की शुरुआत की, जो विश्व के सभी कंप्यूटरों को एक-दूसरे से जोड़ता है। इंटरनेट ने विश्व में संचार का एक नया दौर शुरू किया।
- मोबाइल कंप्यूटिंग (Mobile Computing): स्मार्टफोनों के आगमन के साथ, मोबाइल कंप्यूटिंग का युग आरंभ हुआ, जिसने लोगों को कंप्यूटर के साथ हमेशा जुड़े रहने का मौका दिया।
आज, कंप्यूटर विज्ञान और टेक्नोलॉजी ने विश्व में क्रांति ला दी है, जिससे विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से प्रगति हुई है। कंप्यूटर हमारे दैनिक जीवन में अनगिनत लाभ प्रदान करता है और भविष्य में भी उत्कृष्टता की ओर प्रोत्साहित कर रहा है।
Types of Computer | कंप्यूटर के प्रकार :-
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कार्यप्रणाली के आधार पर (Based on Mechanism):-
- Analog Computer.
- Digital Computer.
- Hybrid Computer.
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आकार के आधार पर (Based on Size):-
- Micro Computer.
- Mini Computer.
- Mainframe Computer.
- Super Computer.
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उद्देश्य के आधार पर (Based on Purpose):-
- Desktop Computers – जो ज्यादातर ऑफिसेस में प्रयोग में लाये जाते हैं।
- Laptop Computers – जो आजकल सभी के पास होता है।
- Tablet Computers – जो आजकल मिडिल क्लास फॅमिली और आमिर बच्चों के हाथ में होता है।
- Servers Computer – जो कंपनियों के पास होता है।
- Smartphone – मोबाइल जो सभी के पास होता है।
- Wearable Computer – फिटनेस ट्रैकर्स और स्मार्टवॉच में होता है।
- Game Control Computer – यह भी एक प्रकार का कंप्यूटर होता है।
- TV Computer – आजकल कई महँगी टीवी में कंप्यूटर सॉफ्टवेयर पड़े होते हैं।
Parts of Computer | कंप्यूटर के प्रकार :-
कंप्यूटर के भाग (Parts of Computer) चार विभाजन अनुसार :
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इनपुट डिवाइस (Input Devices):-
- माउस (Mouse)
- कीबोर्ड (Keyboard)
- वेबकैम (Webcam)
- स्कैनर (Scanner)
- माइक्रोफ़ोन (Microphone)
- टचपैड (Touchpad)
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प्रोसेसिंग यूनिट और मेमोरी (Processing Unit and Memory):-
- सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (Central Processing Unit – CPU)
- मदरबोर्ड (Motherboard)
- रैम (Random Access Memory – RAM)
- ग्राफिक्स कार्ड (Graphics Card)
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आउटपुट डिवाइस (Output Devices):-
- मॉनिटर (Monitor)
- स्पीकर (Speaker)
- प्रिंटर (Printer)
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स्टोरेज डिवाइस (Storage Devices):-
- स्टोरेज ड्राइव (Hard Disk Drive – HDD, Solid State Drive – SSD)
- सीडी/डीवीडी राइटर (CD/DVD Writer)
- यूएसबी ड्राइव (USB Drive)
- कैसेट ड्राइव (Cassette Drive) – यह आजकल कम उपयोग होता है
कंप्यूटर के विभिन्न कार्यों को समर्थित करने वाले भाग शामिल होते हैं।
Benefits of Computer | कंप्यूटर के फायदे :-
कंप्यूटर के लाभ (Benefits of computer) हिंदी में:
- जानकारी और ज्ञान (Information & Knowledge): कंप्यूटर जानकारी और ज्ञान को बढ़ाने का एक शक्तिशाली साधन है। इंटरनेट के माध्यम से लाखों जानकारी तक पहुंच सकती हैं और विभिन्न विषयों में सीखने का मौका देता है।
- संचय और संग्रहण (Accumulation & Storage): कंप्यूटर से आप विभिन्न डेटा, फ़ाइलें, डॉक्यूमेंट्स, फ़ोटो आदि को संग्रहित कर सकते हैं और बड़े स्थान तक उन्हें सुरक्षित रख सकते हैं।
- तेज़ी और सरलता (Speed & Ease): कंप्यूटर का उपयोग काम को तेज़ और सरल बनाता है। डेटा को खोजने, जोड़ने, बदलने और प्रिंट करने में समय और मेहनत की बचत होती है।
- ई-कॉमर्स (E-Commerce): कंप्यूटर के माध्यम से ई-कॉमर्स के जरिए आप ऑनलाइन शॉपिंग, बैंकिंग, बिल भुगतान, बुकिंग आदि कर सकते हैं।
- संचार (Media): कंप्यूटर के द्वारा आप ईमेल, चैट, सोशल मीडिया आदि के माध्यम से दुनिया भर में अपने परिवार, मित्रों और संबंधियों से संपर्क में रह सकते हैं।
- नौकरी और रोजगार (Jobs & Employment): कंप्यूटर का ज्ञान और उपयोग आजकल रोजगार पाने में मदद करता है, क्योंकि आधुनिक नौकरियों में कंप्यूटर के प्रयोग का अधिक इस्तेमाल होता है।
- शिक्षा (Education): कंप्यूटर शिक्षा के क्षेत्र में भी एक महत्वपूर्ण रोल निभाता है, जिससे विद्यार्थी विभिन्न शिक्षा संस्थानों से ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं।
- अनुकूलता (Customization:): कंप्यूटर में विभिन्न सॉफ़्टवेयर और ऐप्स के माध्यम से आप अपने कंप्यूटर को अपनी ज़रूरतों के अनुसार अनुकूलित कर सकते हैं।
- क्रिएटिविटी (Creativity): कंप्यूटर आपको अपनी क्रिएटिविटी को व्यक्त करने का मौका देता है, जैसे वेब डिज़ाइन, वीडियो एडिटिंग, ग्राफिक्स डिज़ाइन, आदि।
- संगठनात्मक क्षमता (Organizational Ability): कंप्यूटर के उपयोग से कार्य संगठित रहता है और ज्यादा व्यवस्थित होता है, जिससे काम को आसानी से सम्पादित किया जा सकता है।
यह सूची कंप्यूटर के अन्य विभागों और उपयोग के अनुसार भी विभिन्न लाभों को शामिल कर सकती है। कंप्यूटर ने आधुनिक जीवन को आसान बना दिया है और विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग का विस्तार होता जा रहा है।
Disadvantage of Computer | कंप्यूटर के हानि :-
कंप्यूटर के दुष्प्रभाव (Disadvantages of Computer) हिंदी में:
- सेहत के लिए खतरा (Health Hazard): अधिक समय तक कंप्यूटर के सामने बिताने से आँखों में तनाव, पीठ और गर्दन की मस्तिष्क से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।
- सामाजिक संपर्क में कमी (Lack of Social Interaction): लंबे समय तक कंप्यूटर का उपयोग करने से सामाजिक संपर्क में कमी हो सकती है, क्योंकि लोग विशेषकर सोशल मीडिया के माध्यम से अधिक समय बिता सकते हैं।
- विरोधाभासी विकल्प (Contrarian Choice): इंटरनेट पर उपलब्ध विविध जानकारी के कारण, विरोधाभासी विचारों और अफवाहों का विस्तार हो सकता है, जो गलत जानकारी को फैलाने में मदद करता है।
- नकली उत्पादों की खरीदारी (Buying Counterfeit Products): इंटरनेट पर उपलब्ध नकली उत्पादों की खरीदारी करने के चलते लोग धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं और इससे उन्हें नुकसान हो सकता है।
- डेटा की चोरी का खतरा (Risk of Data Theft): इंटरनेट के माध्यम से होने वाले हैकिंग और ऑनलाइन धोखाधड़ी से आपके पर्सनल डेटा और जानकारी की चोरी का खतरा रहता है।
- शिक्षा में विकल्प (Options in Education): कंप्यूटर के प्रयोग से शिक्षा क्षेत्र में विकल्प अधिक हो सकते हैं, जो अधिक समय तक कंप्यूटर के सामने बिताने के कारण विद्यार्थियों को असंतोषपूर्ण बना सकते हैं।
- नुकसान की संभावना (Loss Potential): त्रुटिपूर्ण सॉफ़्टवेयर (Faulty Software) और संबंधित सुरक्षा समस्याएं आपके कंप्यूटर को नुकसान पहुंचा सकती हैं, जिससे आपके डेटा और सिस्टम पर खतरा हो सकता है।
यह सूची कंप्यूटर के उपयोग में उत्पन्न होने वाले कुछ दुष्प्रभावों को शामिल करती है। कंप्यूटर का सही उपयोग करना और सुरक्षित रहना आवश्यक है ताकि इसके दुष्प्रभावों से बचा जा सके।
Computer वरदान है या अभिशाप ?
कंप्यूटर एक विवादास्पद विषय है जिसके संदर्भ में लोगों के विचार अलग-अलग हो सकते हैं। कुछ लोगों के लिए कंप्यूटर वरदान है, क्योंकि यह आधुनिक जीवन को सरल बनाता है और अनेक क्षेत्रों में उपयोगी होता है। कंप्यूटर के माध्यम से लोग जल्दी और सहजता से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, ई-कॉमर्स के जरिए ऑनलाइन शॉपिंग कर सकते हैं, अपनी क्रिएटिविटी को व्यक्त कर सकते हैं, और विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार पा सकते हैं।
हालांकि, दूसरी ओर, कंप्यूटर को अभिशाप भी माना जाता है। इसके उपयोग के कारण लोग सामाजिक संपर्क से दूर हो जाते हैं, सेहत को नुकसान हो सकता है और ज्ञान बढ़ाने के बजाय भ्रम और अफवाहों का विस्तार हो सकता है। इसके साथ ही, कंप्यूटर के सुरक्षा संबंधी मुद्दे, इंटरनेट के धोखाधड़ी और नकली उत्पादों के खरीदारी का खतरा भी होता है।
समार्थनकारियों का मानना है कि यह सभी दुष्प्रभावों के बावजूद मानवता के लिए एक वरदान है, जो ज्ञान, तकनीकी प्रगति, और व्यवसायिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है। विरोधियों का कहना है कि संतुलन और समय की उपयोगिता को देखते हुए, कंप्यूटर का उपयोग सावधानीपूर्वक और संतुलित ढंग से करना चाहिए।
अंततः, कंप्यूटर का उपयोग किसी एक पक्ष से सीमित नहीं है, यह व्यक्ति के उपयोग और व्यवहार पर निर्भर करता है। सही तरीके से उपयोग करने से यह मानवता के लिए वरदान बन सकता है, जबकि गलत तरीके से उपयोग करने से यह अभिशाप बन सकता है।
हमारे इस Blog को पढ़ने के लिए धन्यवाद अगर आपको हमारा ये ब्लॉग पसंद आया हो तो Comment Section मै बताएं। और इसके बाद हम कंप्यूटर या टेक्नोलॉजी के बारे और भी बहुत सारी चीजे बताएंगे।
Shandar 👌
Thank Your for Your Comment.